पुरुषार्थ, परमार्थ और सद्भावना के शिखर पुरुष थे रमेशजी
म.प्र. वैश्य महासम्मेलन द्वारा आयोजित सद्भावना सभा में 80 से अधिक संगठनों ने समर्पित की पुष्पांजलि
इंदौर से विनोद गोयल की रिपोर्ट —-
इंदौर, । वरिष्ठ समाजसेवी, पुरुषार्थ, परमार्थ और सद्भावना के शिखर पुरुष, अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन के संस्थापक ब्रह्मलीन रमेशजी अग्रवाल ने वैश्य एकता और सामाजिक चेतना जागृत करने के लिए जीवन पर्यंत स्वयं को समर्पित बनाए रखा। उनके सेवा कार्यों से वैश्य संगठन कभी ऋण मुक्त नहीं हो सकते। उन्होंने हमेशा समाज के अंतिम छोर पर खड़े सर्वहारा व्यक्ति के हित में स्वयं भी अनेक काम किए और अन्य संगठनों को भी प्रेरित किया। उनके बताए रास्ते पर चलना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी ।
यह प्रेरक विचार है शहर के अग्रवाल -वैश्य संगठनों के प्रतिनिधियों के, जो उन्होंने म.प्र. वैश्य महासम्मेलन के तत्वावधान में स्नेह नगर स्थित अग्रसेन भवन पर रमेशजी की छठी पुण्यतिथि पर आयोजित पुष्पांजलि सभा के दौरान व्यक्त किए। विधायक विशाल पटेल एवं पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता भी इस सद्भावना सभा मे शामिल हुए। पुष्पांजलि सभा में वरिष्ठ समाजसेवी विनोद अग्रवाल, दिनेश मित्तल, प्रेमचंद गोयल, गोपालदास मित्तल, टीकमचंद गर्ग, विष्णु बिंदल, राजेश गर्ग केटी, राम ऐरन, कुलभूषण मित्तल कुक्की, गणेश गोयल ने स्व. रमेशजी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। महिला संगठनों की ओर से साधना दगड़े, शीतल तोड़ीवाला, राजकमल माहेश्वरी, सुधा खंडेलवाल, मेघा खंडेलवाल, निधि नीखरा, उषा नाथ, राधा निगोती, रेणुका नीमा, रेखा खंगत, मंजू सेठ, नीलम कंथारिया, अनीता नैना, नंदा गुप्ता, रश्मि चौधरी ने पुष्पांजलि समर्पित की। संचालन अरविंद बागड़ी ने किया।