बुजुर्ग युगलों का यह सम्मान नई पीढ़ी को उनके प्रति सेवा, श्रद्धा और विश्वास को मजबूत बनाने में मील का पत्थर साबित होगा
इंदौर । एमभास्करानंद एवं साध्वी कृष्णानंद ने भी इस आयोजन को अभूतपूर्व और प्रेरणादायी बताते हुए कहा कि वर्तमान युग में वरिष्ठजनों का यह सम्मान हमारी नई पीढ़ी को बुजुर्गों के प्रति सेवा, श्रद्धा और विश्वास की भावना को मजबूत बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। ऐसे आयोजन हर घर, हर शहर और हर परिवार में होना चाहिए।
उत्सव के प्रमुख मार्गदर्शक प्रेमचंद गोयल, प्रमुख संयोजक मोहनलाल बंसल, अध्यक्ष जगदीश बाबाश्री एवं अरुण आष्टावाले ने बताया कि बायपास स्थित होटल गोल्डन लीव्स के कन्वेंशन हाल में रविवार को सुबह इन बुजुर्ग युगलों ने पूरे उत्साह के साथ हल्दी की रस्म में भाग लिया, बल्कि नाचते-गाते हुए उनके नाती-पोतों ने भी अपने दादा-दादी और नाना-नानी की शादी का उत्सव आत्मसात किया। हल्दी की रस्म के बाद सजनगोठ की रस्म भी पूरी की गई, जिसमें वधू पक्ष के लोगों ने वर पक्ष के लोगों को शाही दावत पेश की। सभी युगलों और उनके साथ आए मेहमानों को नाना प्रकार के प्रकार के व्यंजन मनुहार सहित परोसे गए। अनेक युगलों ने इस मौके पर भाव विभोर होकर यहां तक कहा कि खुद उनकी शादी भी इतने शाही अंदाज में नहीं हुई थी, लेकिन आज इंदौर आकर लगा कि एक बार फिर नए सिरे से हमारी शादी की दावत हुई है। वरिष्ठ समाजसेवी पुरुषोत्तम अग्रवाल, विनोद अग्रवाल, टीकमचंद गर्ग, विष्णु बिंदल, सुभाष बजरंग सहित अनेक गणमान्य अतिथि भी इस अवसर पर मौजूद थे।
संध्या को इन सभी युगलों को साफा, कलंगी एवं दुल्हनों के लिए परंपरागत परिधान में दो बैंडबाजों, 25 बग्घियों और 4 विंटेज तथा 11 अन्य वाहनों में बिठाकर होटल परिसर में शोभायात्रा निकाली गई। महाराजा अग्रसेन के जयघोष के बीच वृंदावन से आए महामंडलेश्वर स्वामी भास्करानंद एवं साध्वी कृष्णानंद ने चित्र पूजन कर इस आयोजन में शामिल युगलों को आशीर्वचन देते हुए अग्रसेन महासभा को इस अभूतपूर्व और अनूठे आयोजन के लिए शुभकामनाएं सौंपी। महाराजा अग्रसेन की साक्षी में ही सभी 61 युगलों ने एक-दूसरे को एक साथ वरमाला पहनाकर इस परिणयोत्सव के माध्यम से नई पीढ़ी को बुजुर्गों का सम्मान करने, देश की संयुक्त परिवार परंपरा को कायम रखने और भारतीय विवाह पद्धति में विश्वास रखने के संदेश भी दिए।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय एवं महापौर पुष्यमित्र भार्गव, अ.भा. अग्रवाल वैश्य संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री गोपाल मोर ने भी इस सम्मान समारोह में पहुंचकर उत्सव की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। लान के पास ही कार्यक्रम की समापन बेला में रंगारंग फायर शो भी इस उत्सव का मुख्य आकर्षण रहा।दीं।




