खरगोन में भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू, मनमाड-इंदौर रेल मार्ग को मिलेगी गति
महेश्वर तहसील के मोहिदा, मक्सी और कुसुंभ्या गांवों में जमीन अधिग्रहण के लिए सर्वे दल गठित, जल्द रिपोर्ट पेश करने के निर्देश

सेंधवा। बहुप्रतीक्षित मनमाड-इंदौर रेल परियोजना को लेकर मध्य प्रदेश में अब भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया ने रफ्तार पकड़ ली है। मध्य रेलवे जोन भुसावल के प्रभारी अधिकारियों ने हाल ही में इंदौर कमिश्नर, जिला कलेक्टर खरगोन, बड़वानी, धार और इंदौर के अधिकारियों से मिलकर भूमि अधिग्रहण में आ रही अड़चनों पर चर्चा की।
मनमाड-इंदौर रेलवे संघर्ष समिति के प्रमुख मनोज मराठे ने बताया कि महाराष्ट्र के नासिक से धुलिया जिले के शिरपुर तक भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा हो चुका है। लेकिन मध्य प्रदेश में अब तक केवल बड़वानी के राजपुर क्षेत्र की जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी हुई है। शेष जिलों में यह कार्य लंबित था।
पिछले सप्ताह भुसावल से आए अधिकारियों ने एक बार फिर मध्यप्रदेश के जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा की। इसके बाद खरगोन जिले की महेश्वर तहसील के अंतर्गत ग्राम मोहिदा, मक्सी और कुसुंभ्या में भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया का आगाज हुआ। तहसीलदार कैलाश सस्तिया ने इन गांवों की निजी भूमि अधिग्रहण हेतु प्रस्ताव तैयार किया है। इस प्रस्ताव पर सर्वे का कार्य तेजी से शुरू हो चुका है।
तहसीलदार कैलाश सस्तिया के निर्देशन में राजस्व निरीक्षक अभिषेक जमरा के नेतृत्व में 12 सदस्यीय दल गठित किया गया है। दल को एक सप्ताह में सर्वे पूरा कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रत्येक गांव के लिए अलग-अलग प्रभारी नियुक्त किए गए हैं, ताकि प्रक्रिया में तेजी लाई जा सके।
मनोज मराठे ने बताया कि संघर्ष समिति ने इंदौर कमिश्नर और सभी संबंधित जिला अधिकारियों को पत्र लिखकर मांग की है कि परियोजना कार्य में तेजी लाने हेतु संबंधित जिम्मेदारों को आवश्यक निर्देश जारी किए जाएं। उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण पूरा होते ही परियोजना निर्माण कार्य प्रारंभ हो सकेगा।
मनमाड-इंदौर रेल परियोजना को लेकर क्षेत्रवासियों में भी उत्साह है। यदि भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया तय समय में पूरी होती है तो यह परियोजना प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होगी।