पुरुषोत्तम मास की अगवानी में हंसराज मठ परिसर में भक्तों ने निकाली शोभायात्रा
आज से 108 श्रीमद् भागवत एवं रामायण का मूल पारायण शुरू

Indore to Vinod Kumar:-
इंदौर । बड़ा गणपति, पीलियाखाल स्थित प्राचीन हंसदास मठ पर आज से प्रारंभ हुए पुरुषोत्तम मास की अगवानी मठ परिसर में शोभायात्रा के साथ की गई। मठ के महामंडलेश्वर स्वामी रामचरण दास महाराज के सानिध्य में आज से 108 श्रीमद् भागवत एवं रामायण के मूल पारायण के साथ महामृत्युंजय महामंत्र तथा ‘ओम नमो भगवते वासुदेवाय’ का जाप्यानुष्ठान भी प्रारंभ हो गया । इस अनुष्ठान में 51 विद्वान मूल पारायण करेंगे और 101 अन्य विद्वान प्रतिदिन जाप्यानुष्ठान करेंगे।
मठ के पं. पवनदास महाराज ने बताया कि अधिकमास का संयोग चूंकि इस बार श्रावण के साथ आया है, इसीलिए हरि और हर के मिलन का अत्यधिक महत्व है। मठ पर आज पुरुषोत्तम मास की अगवानी में भगवान पद्मनाभ का विष्णु सहस्त्रनाम से श्रीसूक्त एवं पुरूष सूक्त से अभिषेक किया गया। मंडल स्थापना, सर्वतोभद्र मंडल पूजन के साथ 51 विद्वानों ने श्रीमद भागवत का मूल पारायण प्रारंभ किया। मठ परिसर में भागवतजी की शोभायात्रा भी निकाली गई। यजमान समूह की ओर से पं. योगेंद्र महंत, हरि अग्रवाल, राजेंद्र गर्ग, मोहनलाल सोनी, मनीष सोनी आदि ने महामंडलेश्वर स्वामी रामचरण दास महाराज एवं विद्वानों का स्वागत किया। मूल पारायण के साथ महामृत्युंजय महामंत्र एवं ओम नमो भगवते वासुदेवाय का जाप भी यहां पूरे माह चलेगा। प्रत्येक सोमवार को हंसेश्वर महादेव का मनोहारी श्रृंगार किया जाएगा।
महामंडलेश्वर स्वामी रामचरण दास ने इस मौके पर कहा कि पुरुषोत्तम मास भगवान द्वारा हमें दिया गया अतिरिक्त समय है और यह समय हमें हरि और हर की पूजा-अर्चना में समर्पित करना चाहिए। इस माह में किए गए सेवा कार्यों एवं दान का 10 गुना फल प्राप्त होता है। हरि और हर के मिलन से संपूर्ण सृष्टि में प्रसन्नता का भाव देखने को मिलता है। इस मास के अधिष्ठाता स्वयं भगवान विष्णु रहेंगे इसलिए हंसदास मठ पर भगवान रणछोड़ की साक्षी में चल रहे अनुष्ठानों में अवश्य भागीदार बनन कि चाहिए।